कभी-कभी हम भूल जाते हैं कि सारा विश्व हमारे जीवन में है। हर जगह कुछ अलग होता रहता है, लेकिन यह सब हमें दिखता है है। यह हो| एक प्रिय, एक जीव�
यह में हर व्यक्ति का होता मैं हूँ?
व्यक्तियों की चाहतें हमेशा होती रहती हैं। हमेशा लगता| कि किसी का अपना जीवन है।चाहे हमें आवश्यक समझें, तो भी मेरे का सहारा हमेशा ज़रूरी �